पैगी मर्मोसेट (Pygmy Marmoset): आपने अपने आस पास उछल कूद करते बंदरो को जरूर देखा होगा। इन बंदरो की नटखट हरकतों को देख आपको आनंद भी आता होगा। लेकिन क्या आपने दुनिया के सबसे छोटे बंदर को देखा है। आपको लगेगा एक बंदर के बच्चे से छोटा बंदर क्या हो सकता है। आज हम आपको बताएँगे दुनिया के सबसे छोटे बंदर के कुछ दिलचस्प तथ्य।
आपको यह जानकर आश्चर्य जरूर होगा कि दुनिया का सबसे छोटा बंदर आकार में इतना छोटा होता है कि यह इंसानों की हथेली में आ सकता है। लेकिन इनकी पूंछ इनके शरीर से लंबी होती है जिससे यह पतली टहनियों पर भी अपने शरीर का संतुलन आसानी से बना लेते हैं। दक्षिण अमेरिका के जंगलों में रहने वाले इस छोटे बंदर की बनावट और हरकतें एकदम गिलहरियों जैसी होती है। इनके शरीर पर फर और पूंछ भी देखने में गिलहरियों की तरह लगती है। इन छोटे बंदरो को पैगी मर्मोसेट (Pygmy Marmoset) कहा जाता है।

पैगी मर्मोसेट (Pygmy Marmoset)
यह पैगी मर्मोसेट (Pygmy Marmoset) आकार में 13-16 सेंटीमीटर तक होते है। इनका वजन 119 ग्राम तक होता है। नर और मादा पैगी मर्मोसेट का आकार लगभग एक बराबर ही होता है लेकिन वजन में मादा नर से थोड़ा भारी होती है। इनके शरीर पर भूरे और सुनहरे रंग के फर होते है। जबकि इनके शिशुओं के शरीर पर काले रंग की टिक के साथ हल्के पीले रंग के फर होते हैं और सिर पर पीले फर के साथ उनके कान के आसपास का रंग भूरा होता है।
नर पैगी मर्मोसेट अपने नवजात शिशुओं को वयस्क हो जाने तक अपने पीठ पर रखते है, जबकि मादा अपने नवजात शिशुओं को खिलाने के लिए जिम्मेदार होती है। पैगी मर्मोसेट के नाख़ून पंजे की तरह होते हैं जिससे उन्हें पेड़ के तने पर चढ़ने में मदद मिलती है।
पैगी मर्मोसेट आमतौर पर ब्राजील के अमेज़न के जंगलों, पेरू, इक्वाडोर और कोलंबिया में पाया जाता है। पैगी मर्मोसेट (Pygmy Marmoset) घने जंगलों में रहना पसंद करते है ताकि कोई खतरा होने पर आसानी से छुप सके। यह जमीन से लगभग 20 मीटर (66 फीट) पेड़ों के बीच में रहते है लेकिन पेड़ कि सबसे ऊंची शाखा पर नहीं जाते हैं। यह आकार में इतने छोटे होते है कि यह आसानी से जंगली बिल्लियों, सांपो और बाजों का शिकार बन जाते हैं।
पैगी मर्मोसेट (Pygmy Marmoset) अपने समय के अधिकांश भाग अपने तेज निचले दांतों से पेड़ों या बेलों में काट कर छेद करके हैं। कई जगह देखा गया है कि वे प्रत्येक पेड़ में 1,300 तक छेद कर सकते हैं। यह कीटभक्षी होते है और गम, सैप, राल, या लेटेक्स खाते हैं। पैगी मर्मोसेट सोने के लिए पेड़ की छेदों में आमतौर पर बेलों के घने टेंगलों से बिस्तर बनाते हैं और इनका दिन सूर्योदय के कुछ ही समय बाद शुरू हो जाता है।
पैगी मर्मोसेट एक विस्तारित परिवारों के सदस्य में रहना पसंद करते हैं। जिन्हें ट्रूप्स कहा जाता है, इनके परिवारों में अधिकतम नौ बंदर तक हो सकते हैं। लेकिन औसतन सदस्यों की संख्या 5 तक होती हैं।
पैगी मर्मोसेट (Pygmy Marmoset) उच्च-स्वर वाली आवाज़ों द्वारा एक-दूसरे के साथ संवाद करते हैं। वे पिच में इतनी ऊंची आवाजें निकाल सकते हैं कि इंसान उन्हें सुन नहीं सकते।
आज यह पैगी मर्मोसेट विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुके हैं। अगर इंसान जंगलों को अपने उपभोग के लिए इसी तरह काटता रहा तो जंगलों से इनका विलुप्त होना तय है। जरूरत है इनके निवास के जगह के जंगलों को काटने से रोका जाए। तब जाकर इन छोटे बंदरों के पास अपने जंगल के घर में लंबे समय तक जीवित रहने का एक बड़ा मौका होगा।
आज खत्म होते जंगल के साथ उनका सबसे बड़ा खतरा इनका व्यापार है, उनके छोटे आकार और आकर्षक चेहरे का कारण इन्हे बेचा जा रहा है।
बड़े बड़े रिहाना जैसे अमीर लोग सिर्फ अपना शौक पूरा करने के लिए इन्हे गैर कानूनी रूप से खरीदते है। आज लोगो को समझना आवश्यक है कि यह जीव अपने प्राकृतिक आवास में ही जीवित रह पाएंगे। वरना वह दिन दूर नहीं जब यह आकर्षक और खूबसूरत पैगी मर्मोसेट (Pygmy Marmoset) सिर्फ किताबो के पन्नों में ही नजर आएंगे।
मुझे आशा है कि आपको पैगी मर्मोसेट (Pygmy Marmoset), दुनिया के सबसे छोटे बंदर पर हमारा यह लेख पसंद आया होगा। आप अपनी प्रतिक्रिया मुझे कमेंट में दे सकते हैं ताकि हम तिकड़म पर मेरे तिकड़म की और से हमेशा यही कोशिश है की आप लोगों तक दुनिया के दिलचस्प तथ्यों को आप सभी तक पहुंचा सकूं। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो मेरा आपसे अनुरोध है कि कृपया इस लेख को अपने मित्रों के साथ शेयर करें। अब आप बचत से संबंधित लेख पढ़ सकते हैं।