वैसे तो हम लोगों ने कई बार एक दूसरे से बातों में नरक के द्वार की बात करते हुए सुना होगा। परंतु आपको यह जान के बहुत ही आश्चर्य होगा कि हम जिस नरक के द्वार (Gates of hell) की बात कर रहे हैं वह कहीं और नहीं बल्कि धरती पर ही है। जानते है इसके कुछ दिलचस्प तथ्य क्या हैं?
नरक का द्वार (Gates of hell)
तुर्कमेनिस्तान के रेगिस्तान में स्थित, एक गांव के पास जहां 350 से ज्यादा लोगों की आबादी रहती है। यहां एक 230 फीट चौड़ा गड्ढा है, जो 40 वर्षों से अधिक समय से जल रहा है इसे ही “गेट ऑफ हैल” यानी कि “नरक का द्वार(Gates of hell)” भी कहा जाता है। वैज्ञानिक को अभी तक इसका अंदाजा नहीं है कि कितने और वर्षो तक यह जलता रहेगा। ध्यान रहे कि तुर्कमेनिस्तान में दुनिया का छठा सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस भंडार है।

क्या है इसके पीछे की कहानी।
नरक का द्वार(Gates of hell)
1980 में सोवियत भूवैज्ञानिकों ने काराकुम रेगिस्तान में दावा किया था कि यहां भारी मात्रा में तेल का स्थल है। बहुत कम लोगों को पता था कि यह क्षेत्र वास्तव में प्राकृतिक गैस का भंडार लिए बैठा है, जिसके ऊपर पृथ्वी की एक पतली परत बनी थी। जब भूवैज्ञानिकों ने काराकुम मैदान में ड्रिलिंग शुरू की, तो नीचे मौजूद गैस भारी मशीनरी के वजन के दवाब सहने में असमर्थ रही और साइट ढह गई, जिसके परिणामस्वरूप पतले रेगिस्तान के मैदान में गड्ढे खुल गए। जैसे-जैसे गड्ढा ढहा, भूवैज्ञानिकों ने महसूस किया कि समस्या बहुत बड़ी है। जमीन ने ना केवल उनके ड्रिलिंग उपकरण को निगल लिया था, बल्कि यह अब प्राकृतिक गैस लीक कर रहा था। हालांकि गैस ज्यादातर मीथेन थी। जो कि विषैली तो नहीं होती लेकिन सांस लेने में मुश्किल उत्पन्न करती है। इससे करकुम रेगिस्तान घूमने वाले वन्यजीवों को नुकसान होने लगा। बहुत से जीव जंतु मरने लगे। मीथेन में विस्फोट होने के लिए मात्र 5 प्रतिशत काफी होता है। उस वक़्त वैज्ञानिकों ने सोचा क्यूं ना इस गैस में आग लगा दी जाए ताकि कुछ दिनों में यह जल कर खत्म हो जाए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और यह गैस जलता रहा।
हालांकि, वन्यजीवों और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को यह। “गेट ऑफ हैल” बहुत आकर्षित कर रहा है। गैस क्रेटर का दौरा करने के लिए, रात में जाना सबसे अच्छा है, जब आग मीलों दूर से देखी जा सकती है। क्रेटर तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात से लगभग 161 मील (लगभग 4 घंटे की ड्राइव) पर स्थित है। ऐशगाट में एजेंटों के माध्यम से टूर बुक किए जा सकते हैं। वैकल्पिक रूप से, कुछ कंपनियाँ आसपास के क्षेत्र की अधिक संरचित यात्राओं की पेशकश करती हैं, जिसमें दार्वा क्रेटर शामिल हैं।
मुझे आशा है कि आपको “धरती पर नरक का द्वार (Gates of hell) कहां है?” के कुछ रोचक तथ्य पर हमारा यह लेख पसंद आया होगा। आप अपनी प्रतिक्रिया हमें कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं ताकि हम तिकड़म पर और भी रोचक तथ्य भविष्य में ला सकें। तिकड़म की ओर से हमारी हमेशा यही कोशिश है कि हम लोगों तक दुनिया के दिलचस्प तथ्यों से अवगत करा सकें। यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो मेरा आपसे अनुरोध है कि आप हमारें YouTube चैनल को अपने मित्रों के साथ शेयर करें। आप यहाँ टेक्नोलॉजी, सिनेमा और स्वास्थ सम्बंधित आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।