नई कार और बाइक की खरीदारी करते समय/ सेफ्टी फीचर्स, सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विचार होना चाहिए। यह 2020 है और कई कार और बाइक निर्माता BS6 मॉडल को अपडेट करने के लिए हाथ पांव मार रहे हैं। BS6 उत्सर्जन मानक मानदंड का छठा एमिशन नॉर्म है। BS6 तुलनात्मक रूप से, यह निवर्तमान BS4 की तुलना में कम प्रदूषण करते है। बीएस 6 या भारत स्टेज 6 उत्सर्जन मानदंड भारत में 1 अप्रैल 2020 लागु हो गया है। ग्राहकों लिए गाडियो में अधिक फीचर्स का मतलब है अतिरिक्त सुविधाएँ और अतिरिक्त सुविधाएँ का मतलब है निश्चित रूप से, सुरक्षित वाहन। लेकिन समस्या वाली बात यह है कि आपको इन सुविधाओं के लिए कुछ हज़ार रुपये अधिक का भुगतान करना होगा। तो चलिए अब इस जरुरी फीचर के बारे में पढ़ते हैं।
दो पहिया वाहनों के लिए CBS सेफ्टी फीचर्स

इनमे सबसे पहले आता है CBS। अब से सभी दोपहिया वाहनों को सुरक्षित ब्रेकिंग फीचर के साथ आना होगा। 125 सीसी से कम इंजन क्षमता वाली छोटी बाइक और स्कूटर के लिए, सरकार ने सुरक्षा के रूप में CBS (संयुक्त ब्रेकिंग सिस्टम) को अनिवार्य किया है।
दोपहिया के लिए DRL सेफ्टी फीचर्स

दो पहिया मे हेडलैम्प्स हमेशा चालू रहेगा या दिन के समय चलने वाले लैंप को फिट किया गया है, जो अप्रैल 2017 में ही अनिवार्य हो गई थी। इस खूबी के कारण दो पहिया वाहन सड़क पे आराम से दिखाई देंगे।
सभी कारों के लिए अनिवार्य ABS सेफ्टी फीचर्स

सभी कारें, चाहे जो भी हो, बेस मॉडल या टॉप मॉडल सभी को ABS के साथ आना होगा। यह कारों के लिए एक प्रमुख सुरक्षा विशेषता है, क्योंकि यह ड्राईवर को वाहन पर अधिक नियंत्रण प्रदान करता है। यह अप्रैल 2019 में लागू हो गया है। 1 अप्रैल के बाद बेची जाने वाली सभी कारों, बसों और ट्रकों में ABS के साथ बाजार मे आ रहे हैं।
कारों के लिए अनिवार्य एयरबैग

एक एयरबैग एक पूरक संयम प्रणाली (SRS) है। इसे ड्राइवर या यात्री को चोटों से बचाने के लिए सीट-बेल्ट के साथ मिलकर काम करने के लिए बनाया गया है। यदि किसी दुर्घटना में गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है तो क्रैश सेंसर एक टकराव के दौरान चालक या यात्री को एयरबैग घातक चोट लगने से बचाता है। सरकार के नियमो के अनुसार एयरबैग अब सस्ती कारों में भी लगाना अनिवार्य हैं।
सीट-बेल्ट चेतावनी प्रणाली

भारत में कारों, बसों और ट्रकों में ड्राईवर द्वारा सीट-बेल्ट की अनदेखी के कारण, सरकार ने जुलाई 2019 के बाद बनी सभी कारों के लिए सीट-बेल्ट चेतावनी (जो की बीप की आवाज और लाइट जलती है) अनिवार्य कर दिया है। यह ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर सीट दोनों के लिए होगा।
गति चेतावनी प्रणाली

बनाए जा रहे सभी वाहनों को अब गति-चेतावनी प्रणाली के साथ बाजार मे आना होगा। 80 किमी प्रति घंटे की गति पर वाहन बीप की आवाज की चेतावनी देगा। 120 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति पर चालक को तेज गति के खिलाफ चेतावनी देने के लिए, वाहन मे गति-चेतावनी प्रणाली लगातार बीप करेगा।
अनिवार्य रिवर्स पार्किंग सेंसर

यह पार्किंग करते वक़्त गाड़ी के पीछे की बाधाओं से चालक को चेतावनी देने और दुर्घटना को रोकने में मदद करता है। पार्किंग सेंसर या तो विद्युत चुम्बकीय( इलेक्ट्रोमैग्नेटिक) या अल्ट्रासोनिक सेंसर का उपयोग करते हैं।
चाइल्ड लॉक के बिना टैक्सी

हालाँकि भारत में बेची जाने वाली सभी कारों के पिछले दरवाजों पर चाइल्ड लॉक सेंसर लगे रहते हैं। लेकिन सरकार ने कैब या टैक्सी के लिए पीछे के दरवाजों से चाइल्ड लॉक हटाना अनिवार्य कर दिया है। इस कदम के पीछे का कारण महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध हैं।
मैनुअल ओवरराइड के साथ सेंट्रल लॉकिंग

इलेक्ट्रॉनिक सेंट्रल-लॉकिंग सिस्टम के साथ आने वाली सभी कारों को मैनुअल ओवरराइड सिस्टम के साथ फिट किया जा रहा है। यह यात्रियों को दुर्घटना या आग लगने की स्थिति में गाड़ी के अंदर फंसने से रोकने में मदद करता है, जो विद्युत प्रणाली को निष्क्रिय कर देता है।
नए क्रैश टेस्ट नॉर्म्स

अक्टूबर 2019 से, भारत में सभी कारों को नए कड़े क्रैश टेस्ट मानदंडों पार करना पड़ रहा है। भारत की नई कार क्रैश टेस्ट (भारत NCAP) कहता है कि कारों को 48 किमी प्रति घंटे से फुल-फ्रंट क्रैश टेस्ट पास करना होगा, 50 किमी प्रति घंटे से साइड-इफ़ेक्ट क्रैश टेस्ट और 56 किमी प्रति घंटे से फ्रंट-ऑफ़ इफ़ेक्ट टेस्ट पास करना होगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार क्रेश टेस्ट की सीमा 64 किमी प्रति घंटे की है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में भारत में भी क्रैश टेस्ट नॉर्म्स को और कठिन बनाया जाएगा ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
मुझे आशा है कि आपको “अब से यह सेफ्टी फीचर्स कार और बाइक में रखना जरूरी होगा।” के कुछ रोचक तथ्य पर हमारा यह लेख पसंद आया होगा। आप अपनी प्रतिक्रिया हमें कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं ताकि हम तिकड़म पर और भी रोचक तथ्य भविष्य में ला सकें। तिकड़म की ओर से हमारी हमेशा यही कोशिश है कि हम लोगों तक दुनिया के दिलचस्प तथ्यों से अवगत करा सकें। यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो मेरा आपसे अनुरोध है कि आप हमारें YouTube चैनल को अपने मित्रों के साथ शेयर करें। आप यहाँ टेक्नोलॉजी, सिनेमा और स्वास्थ सम्बंधित आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।