इलाहा दा क्यूइमादा ग्रांडे(स्नेक आइलैंड)
इलाहा दा क्यूइमादा जिसे हम आम तौर पर स्नेक आइलैंड भी कहते हैं। यह ब्राजील के तट पर छिपा हुआ, एक द्वीप है जो पहली नजर में एक उष्णकटिबंधीय स्वर्ग प्रतीत होता है। यह छोटा सा द्वीप केवल 43 हेक्टेयर (106 एकड़) में फैला है।
1920 के दशक में, इस आइलैंड पर एक लाइटहाउस बनाया गया था जिसका संचालन एक परिवार करता था। लेकिन लोगों के नजर के यह आइलैंड तब आया जब अनायास इनका पूरा परिवार मृत्य पाया गया।

यह आइलैंड दुनिया के जहरीले सापों में से एक लांसहेड पिट वाइपर का घर है। हालांकि लांसहेड पिट वाइपर दुनिया में विलुप्ति के कगार पर है। माना जाता है कि जब समुद्र का जल स्तर बढ़ा तो यह आइलैंड मुख्य जमीन से अलग हो गया और लांसहेड पिट वाइपर यहां फस कर रह गए। लांसहेड पिट वाइपर को यहां जीने के लिए माकूल वातावरण मिला जिस वजह से इनकी आबादी में तेजी से वृद्धि हुई। इल्हा दा क्यूईमादा ग्रांडे पर फंसे हुए सांपों का कोई जमीनी शिकारी नहीं था जैसे कि
उल्लू, बाज, बाज़, बगुले आदि। इस कारण इन सांपों का प्रजनन तेजी से हुआ और आज पूरे आइलैंड पर यह फैल चुके है ।
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि द्वीप पर प्रति वर्ग मीटर एक और पांच सांप रहते हैं। लांसहेड पिट वाइपर ब्राज़ील में हुई सर्पदंश से संबंधित 90 प्रतिशत घातक घटनाओं के लिए जिम्मेदार है। इस प्रजाति का नाम इसके अंडरसाइड के हल्के पीले-भूरे रंग के लिए और उसके सिर के आकार के कारन पड़ा है। स्नेक आइलैंड पर कब्जा करने वाले गोल्डन लांसहेड की लम्बाई आधे मीटर तक अच्छी से बढ़ सकती है।
कुछ लोगों का कहना है कि समुद्री डाकुओ द्वारा इस आइलैंड पर भारी मात्र में सोना छुपाया गया था। जिसकी सुरक्षा करने के लिए समुद्री डाकुओ ने यहां जहरीले सांप छोड़ दिए थे। हजारों वर्षो के क्रम में इन सांपों की संख्या बढती रही और आज प्रति वर्ग मीटर एक और पांच सांप रहते हैं।
क्यूमादा ग्रांडे, स्थानीय लोगों को स्नेक आइलैंड पर हुई मौतों के कई भयानक किस्से सुनाते हैं। एक कहानी के मुताबिक एक मछुआरा केले लेने के लिए अनजाने में स्नेक आइलैंड पर चला गया और केले की तलाश में भटकता रहा। लेकिन तभी अचानक सांप द्वारा कटे जाने के कारण वह नाव पर लौटने की कोशिश करने लगा। पर लांसहेड पिट वाइपर सांप का ज़हर इतना तेज था कि वह नाव तक पर पहुच पता इस से पहले उसकी मौत हो गई।
परिवार की भयानक मौत के बाद, ब्राजील की नौसेना अब इस द्वीप की रखवाली करती है। चिको मेंडेस इंस्टीट्यूट फॉर बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन के सदस्यों को छोड़कर किसी को भी इस द्वीप पर आने कि मनाही है। शायद आप भी यहां बिलकुल नहीं आना चाहेंगे। आना भी चाहेंगे तो यहां आपका यहां विषैले सांप इंतजार कर रहे हैं। अगर फिर भी आप इन सांपो को देखने के शौकीन है तो आप
वैकल्पिक रूप से, साओ पाउलो चिड़ियाघर में जा सकते हैं। जहां सांप का घर आपको एक बाड़े में मिलेगा जिसमें पाँच वयस्क लांसहेड पिट वाइपर होंगे।